संसद की सुरक्षा पर सवाल, क्या होगा अगर आया भूचाल

नई दिल्ली : बीते शनिवार को नेपाल में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद लोगों का दिल दहल उठा है। भूकंप के आफ्टर शाॅक्स के अंतर्गत हल्के झटके आने पर भी लोग घबरा जाते हैं और सोचने लगते हैं अब क्या होगा। लोगों द्वारा इस बात पर कौतूहल जताया जाता है कि कौन से ऐसे क्षेत्र हैं जहां भूकंप से मुश्किल हो सकती है। ऐसे ही कुछ क्षेत्रों में एक है भारत का संसद भवन। 

जी हां, लोकतांत्रिक लिहाज से यह बेहद अहम है। इसकी सुरक्षा पर भी बहुत ध्यान दिया जाता है मगर यह भवन खुद ही सुरक्षित नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि भूकंप के दौरान संसद भवन खतरे में आ सकता है। इसे भूकंप रोधी बनाए जाने की जरूरत बताई गई है। हालांकि अंग्रेजों द्वारा निर्मित इस भवन को बेहद ऐतिहासिक कहा जाता है। 

हाल ही में इस मसले पर सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस इमारत की मजबूती में किसी तरह की कोई कमी नहीं है। मगर कुछ सुधार इसमें किए जा सकते हैं। दरअसल वर्ष 1935 तक भवनों के भूकंप रोधी होने को लेकर मानक नहीं बनाए गए थे वर्ष 1948 के बाद ही इस तरह के मानक बनाए गए। इस भवन में राज्यसभा और लोकसभा के सदन चलते हैं। कई अतिविशिष्ट व्यक्तियों का यहां आगमन होता है। जिसकारण इसकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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