संसद का जरूरतमंदों को आर्थिक मदद का आश्वासन दो साल बाद झूठ साबित होता नज़र आ रहा

होशंगाबाद: होशंगाबाद- नरसिंहपुर सांसद राव उदय प्रताप सिंह का सार्वजनिक मंच से जरूरतमंदों को आर्थिक मदद का आश्वासन किया था. जो की अब झूठ साबित हो रहा है. यह आश्वासन दो साल पहले सांसद ने 15 जरूरतमंदों को खुले मंच से दिया था.

अब यह जरूरतमंद दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. इनमें से किसी को भी पैसा नहीं मिला. एक जरूरतमंद भगतवी ने सांसद से लेकर अधिकारियों से तक निवेदन किया लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. वहीं सांसद यह कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं कि उनके पास विधायकों की तरह स्वेच्छानुदान का कोई मद नहीं होता. वे तो सिर्फ प्रभारी मंत्री से अनुरोध करते हैं. यदि मिल जाए तो बेहतर और नहीं मिल पाए तो उनका कोई दोष नहीं.

हां बात सिर्फ जनप्रतिनिधियों की नहीं है बल्कि इनकी घोषणाओं को अमल में लाने वाले सरकारी सिस्टम की भी है. सांसद विधायक की घोषणा वाले हितग्राहियों के पैसे 31 मार्च 2015 को इसलिए लैप्स हो गए कि उस दिन सर्वर डाउन हो गया था.

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