मेरे एक दोस्त ने पूछा....भाई परिवर्तन क्या है मेरे पास भी क्या खूब जबाब था,मैंने कहा..... "जो कभी बादलो कि गरज से डरकर" 'लिपट जाती थी मुझसे' आज वह खुद "बादलो से भी ज्याद गरजती है"