पेपर लीक: बोर्ड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा 10वीं का छात्र

नई दिल्ली: देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का पेपर लीक मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है. सीबीएसई की 10वीं के गणित विषय के प्रश्न-पत्र लीक होने पर बोर्ड द्वारा उसकी दोबारा परीक्षा कराने के फैसले को केरल के एक छात्र ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. केरल के इस छात्र ने 'मात्र दिल्ली में प्रश्न पत्र लीक होने' की खबर के बाद शीर्ष अदालत में याचिका दायर की है. बोर्ड के पुनर्परीक्षा के फैसले के खिलाफ देश भर में विद्यार्थी विरोध कर रहे हैं.

कोच्चि में चॉइस स्कूल के छात्र रोहन मैथ्यू ने तर्क दिया है कि पुनर्परीक्षा का फैसला संविधान के अनुच्छेद 14 (कानूनी समानता), अनुच्छेद 21 (जीवन और आजादी का अधिकार) और अनुच्छेद 21ए (शिक्षा का अधिकार) का उल्लंघन कर मनमाने और अवैध तरीके से लिया गया है. साथ ही रोहन ने अदालत से बोर्ड को 28 मार्च को हुई 10वीं की गणित की परीक्षा का मूल्यांकन कर, परिणाम घोषित करने के निर्देश देने का आग्रह किया है. मैथ्यू ने कहा है कि पुनर्परीक्षा के तथ्यों और परिस्थितियों की समीक्षा करने के लिए एक विशेष उच्चाधिकार समिति गठित की जानी चाहिए. 

गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड ने फैसला सुनाया था कि बोर्ड ने 25 अप्रैल को 12वीं के अर्थशास्त्र विषय की दोबारा परीक्षा लेने की घोषणा की है, जबकि 10वीं के गणित विषय की परीक्षा जुलाई में कराई जा सकती है. इसपर छात्र ने केरल हाई कोर्ट में वकालत करने वाले अपने पिता के माध्यम से याचिका दायर करते हुए कहा है कि 16 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.    

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