आरोप साबित हुए तो पद से नहीं राजनीति से ही इस्तीफ़ा दे दूगी : मुंडे

मुंबई: चिक्की घोटाला प्रकरण में पंकजा मुंडे ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर अपना पक्ष पेश किया है. उन्होंने कहा कि मैंने एक रुपये का भी गलत तरीके से प्रयोग नहीं किया है. पंकजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई देते हुए कहा कि लंदन जाने से पहले ही मैंने मुख्य सचिव के सामने अपना स्पष्टीकरण दे दिया था, पंकजा मुंडे ने बोला कि मेरा लक्ष्य एक-एक पैसे की बचत करना था. कॉन्फ्रेंस के दौरान पंकजा ने कहा किसी भी तरह पक्षपात करने का सवाल ही नहीं होता. उन्होंने कहा आरोप लगने की खबर सुनने के बाद में बेहद बेचैन रही और 56 घंटो तक मुझे नींद नहीं आई. मैंने आरोपों का अच्छे से अधयन्न किया. पंकजा ने बचाव करते हुए कहा कि जिन ठेके की बात की जा रही है वे कांग्रेस-एनसीपी के शासनकाल से ही सप्लाई कर रहे हैं और खरीददारी ठेके के मूल्य के अनुसार ही हुई है.

गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा ने अपना बचाव पक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा, '2010 से 2014 के बीच 408 करोड़ की खरीददारी बिना ई-टेंडरिंग के द्वारा की गयी. विपक्ष उसे खरीददारी बता रहा है और मेरी खरीददारी को घोटाले का नाम दिया जा रहा है. यह राजनीतिक आरोप है.   ध्यान देने योग्य बात है कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे पर बिना इ-टेंडर के करोड़ों रुपये का ठेका देने का इल्जाम लगाया गया है. कांग्रेस इस आरोप को लेकर महाराष्ट्र की राजग सरकार पर हमलावर है. इससे पहले विपक्ष की और से आ रही त्याग पत्र की मांग पर घोटाले के आरोपों में फंसी फडणवीस सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा कि मैंने कुछ गलत काम किया ही नहीं तो फिर में अपना त्याग पत्र क्यों दू.  मुंडे ने वार्ता में कहा कि अगर मेरे ऊपर लगे आरोप सही साबित हुए तो पद से नहीं राजनीति से भी त्याग पत्र दे दुगी. 

उन्होंने कहा कि मेरी छवि ख़राब करने का प्रयत्न्न किया जा रहा है और मुझे ठेकेदारों की दो लॉबी के विवाद में मुझे घसीटा जा रहा है.  उन्होंने आगे कहा कि मैं हर तरह के जांच के लिए तैयार हूं और पार्टी और मुख्यमंत्री मेरे समर्थन में हैं. पंकजा मुंडे ने कहा कि मेरे पास पाई-पाई का हिसाब है. पंकजा मुंडे ने कहा कि विपक्ष मेरे पर काटने का प्रयास कर रहा है और उनके आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है.

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