पंचायत ने सुनाया शर्मनाक फरमान,गांव में दिखी तो होगा गैंगरेप

गाजियाबाद/मेरठ :  गाजियाबाद की पंचायत अपने बेतुके फरमानों को लेकर एक बार फिर खबरों में है. मामला गाजियाबाद जिले के पावी सादकपुर गांव का है जहा पंचायत ने पति-पत्नी को एक घिनौना फरमान सुनाया है. पंचायत में कहा गया है कि अगर पति-पत्नी गांव में रहे तो उन्हें मौत की नींद सुला दिया जाएगा. इतना ही नहीं, यदि पति पत्नी ने गाँव नहीं छोड़ा तो महिला के साथ गैंग रेप करने की भी धमकी दी. पीड़िता ने इसके खिलाफ अदालत में मामला दर्ज करवाया है. लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में सुस्ती दिखा रही है. इसी कारण पीड़ित दम्पति अपनी जान पर खतरा महसूस कर रहा है. सोमवार को एसएसपी ऑफिस पहुंचकर दोनों पीड़ि‍तों ने सुरक्षा की मांग की है.

पावी सादकपुर गांव की एक महिला को गांव के एक युवक फुरकान से प्रेम हो गया. लेकिन परिवार वालो के लिए यह एक गुनाह था. जैसी ही परिवार के लोगो को उनके प्यार की खबर लगी. लड़की के परिजनो ने फुरकान और उसके चाचा के तीन बेटों के खिलाफ 31 जुलाई, 2014 को उनपर युवती को  झांसे में लेकर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर दिया. बाद में युवती ने रजामंदी से जाने का बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दिया जिसके चलते चारों नामजद आरोपियों को मुकदमे से बरी कर दिया गया, जिसके बाद दोनों 12 अगस्त 2014 में दिल्‍ली में रोहिणी, साकेत कोर्ट में विवाह रचाया.

शादी के बाद दोनों को गांव में रहने की नहीं दी इजाजत

शादी के बाद जब दोनों अपने गाँव पहुंचे तो वहां लोगों ने पंचायत बिठाई, जिसमें दोनों को गाँव से निकालने का आदेश दिया गया.  महिला के आधार पर , वह बाद में अपने ससुराल पक्ष के कहने पर ससुराल में रहने लगी. इस फैसले के बाद फुरकान को गांव से दूर रहना पड़ा.  युवती के ससुराल पक्ष ने आरोप लगाया है कि गांव के कुछ लोगों ने 10 नवंबर 2014 में घर में घुसकर फुरकान की पत्नी को अगुवा कर लिया. अपहरण के बाद आरोपियों ने जंगल में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया. अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपी उसे रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक खेत में फ़ेंक कर चले गए.  बाद में पीड़िता और उसके ससुराल वाले पुलिस के पास पहुंचे लेकिन पुलिस ने रुखा रवैया अपनाया और कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट की सहायता से पांचों आरोपी जाहुल हसन, आमिर, राहुल, इमरान और नासिर के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया.

सात महीने बाद भी नहीं पकड़े गए आरोपी

पीड़िता का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के सात माह तक मामले को ठंडे बस्ते में रहने दिया.  फुरकान ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के लोगों ने पंचायत कर फरमान जारी किया है  कि यदि वह गांव में आकर अपनी पत्नी के साथ रहा, तो उसकी पत्नी के साथ पुनः सामूहिक बलत्कार करने की धमकी के साथ जान से मारने की भी बात कही. सोमवार को अपनी पत्नी के साथ पुलिस थाने पहुंचे फुरकान ने आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने लिए सुरक्षा का इन्तेजाम करने को कहा. एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने पूरे मामले में जांच करने को कहा है.

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