फिर सामने आया ओसामा...

नई दिल्ली : ओसामा बिन लादेन का नाम लेते ही समूचे विश्व को 9/11 की तस्वीर याद आने लगती है। हर कोई आतंक के साये को याद कर सहम जाता है। हालांकि फिर अमेरिकी ड्राॅन और फौजों की बहादुरी का जिक्र भी होने लगता है लेकिन ओसामा बिन लादेन को दफन करने के बाद भी विश्व समुदाय की मुश्किलें नहीं बढ़ी हैं। विश्व पटल पर एक ओर ओसामा ने जन्म ले लिया है। जी हां इसे इस्लोमिक स्टेट आफ इराक अर्थात् आईएसआईएस कहा जाता है। 

क्यों खतरनाक है आईएसआईएस
दरअसल आईएसआईएस एक ऐसा आतंकी संगठन है जो लगभग सभी राष्ट्रों के मुस्लिम युवाओं को बरगलाकर उन्हें आतंक के लिए तैयार करता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसका नेटवर्क जितना आधुनिक है उतना ही यह जमीनी धरातल पर कार्य करता है। भारत के कुछ शहरों में हाल ही में पकड़े गए युवा किस तरह से इनके संपर्क में आए यह बेहद चौकाने वाला तथ्य है। एक धार्मिक स्थल से उपजा विवाद धमाके का रंग लेने लगा, यह सब आईएसआईएस की ही करतूत है। 
कई बड़े देश निशाने पर 
सबसे बड़ी बात यह है कि इराक - सिरिया के संघर्ष के दौरान युवाओं को एकत्रित करने वाला संगठन केवल एशिया नहीं यूरोप के देशों को अपना निशाना बनाने की तैयारी में है। मिली जानकारी के अनुसार इसकी जद में भारत जैसे देश तो है हीं लेकिन यह ब्रिटेन को भी निशाना बना सकता है।
सदी की सबसे खतरनाक तकनीक
विश्व समुदाय काफी पहले से आतंकियों द्वारा परमाणु हथियार की तकनीक इजाद किए जाने के बाद उपजने वाले खतरे को लेकर चर्चा करता रहा है। विश्व में इस बात की चिंता अधिक बढ़ गई है कि क्या आईएसआईएस के पास यह तकनीक है। संभावना है कि इस संगठन के पास ऐसे रेडियोएक्टिव पदार्थ हैं जिनसे दुनिया तबाह की जा सकती है लेकिन ऐसा करके आईएसआईएस उस खटमल की तरह कार्य कर रहा है जो उसी लकड़ी को खाता जाता है जिसमें वह अपना घर बनाता है। धार्मिक विशेषज्ञों और विद्वानों का मानना है कि ग्रंथों में लिखा गया है यह दुनिया अल्लाह ताला की बनाई हुई है, इस पर सभी का समान अधिकार है। सभी अपनी मान्यताओं के तहत अल्लाह को मानते हैं। इसमें कोई जबरदस्ती करता है तो वह उसकी तौहीन करता है। 

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