तिरुवनंतपुरम : उतर प्रदेश के साथ-साथ केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने भी राज्य विधानसभा में 2016-17 का बजट पेश किया। हांलाकि इस दौरान विपक्ष व माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ ने सरकार का विरोध और बहिष्कार किया। दरअसल चांडी का नाम सोर एवं बार घोटाले में उछाला गया है, इसलिए विपक्षी उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। केरल का यह बजट इसलिए भी खास है, क्यों कि करीब 29 साल बाद केरल में किसी मुख्यमंत्री ने बजट पेश किया है। राज्य के पूर्व वित्त मंत्री और केरल कांग्रेस के नेता के एम मणि के बार रिश्वत घोटाले में उच्च न्यायालय की प्रतिकूल टिप्पणी के बाद नवंबर 2015 में इस्तीफा देने के बाद चांडी ने वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाला। विपक्षी दलों द्वारा इस्तीफे की मांग संबंधी नारेबाजी के बीच उन्होंने बजट पेश किया। एलडीएफ के सदस्य बैनर और तख्ती लिए नारे लगाते रहे और मुख्यमंत्री बजट पेश करते रहे। नारेबाजी के बाद एलडीएफ के सदस्य बाहर चले गए और बजट पेश किए जाने का बहिष्कार करने लगे। चांडी ने बजट में अफने 5 साल के कार्यकाल में कोच्चि मेट्रो, कन्नूर हवाई अड्डा परियोजना समेत कई उपलब्धियों का जिक्र किया।