अक्षय तृतीया के मौके पर प्रशासन ने किये बाल-विवाह रोकने के हर-संभव प्रयास

देश भर में कल अक्षय तृतीया का त्यौहार मनाया गया. इस दिन की हिंदी समाज में अधिक महत्वता है. जिसके चलते ज्यादातर लोग इस दिन कई महत्वपूर्ण मांगलिक कार्य का शुभारंभ करते है. इसी के साथ इस दिन देश भर में होने वाले बाल-विवाह के मामले बड़ जाते है. 

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा देश भर के राज्यों को इसके लिए चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए थे.जिस पर प्रशासन द्वारा अमल करते हुए बाल-विवाह के मामले को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये गए.  बिहार के कटिहार में अक्षय तृतीया का महत्त्व बेहद ज्यादा है. इस दिन बड़े पैमाने पर मांगलिक कार्य सम्पन किये जाते है. जिसे लेकर प्रशासन खासा मुस्तैद था. 

एक आकड़े के अनुसार कटिहार जिले में होने वाली कुल शादियों में से 48 फीसदी बाल विवाह के रूप में की जाती है. जनगणना के आधार पर 7452 बाल विवाह के कुल मामले दर्ज़ किये गए है. रिपोर्ट के आधार पर जिले की हर लड़की की शादी निर्धारित आयु सीमा (18वर्ष) से पहले कर दी जाती है.

बाल विवाह की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा फ्री नंबर 1098 जारी किया गया था. जिस पर की गयी शिकायतों पर प्रशासन ने पुलिस बाल के साथ मिल कर तुरंत कार्यवाई की.

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