परिवहन बंद के कारण करना पड़ रहा परेशानियों का सामना

कोलकाता : विपक्षी पार्टियों द्वारा बुलाए गए दिन भर के बंद तथा श्रमिक संघों द्वारा परिवहन बंद के आह्वान के कारण गुरुवार को पश्चिम बंगाल में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। टैक्सी, ऑटो-रिक्शा और बसों के न चलने के कारण कोलकाता सहित पूरे राज्य में अधिकांश सड़कें लगभग सूनी पड़ी रहीं। हावड़ा एवं सियालदह रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को तथा रोज कार्यालय जाने वाले लोगों को टैक्सी या बस के अभाव में भारी मुसीबत झेलनी पड़ी।

कोलकाता और हावड़ा के कई हिस्सों से बसों को क्षतिग्रस्त करने की खबरें मिली हैं। गुरुवार को सभी निजी स्कूल बंद रहे, जबकि सरकारी स्कूलों में मामूली उपस्थिति दर्ज की गई, क्योंकि अधिकांश परिजनों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। ऐसे ही एक परिजन ने कहा, "अपने बच्चे को स्कूल पहुंचाने के लिए जब बहुत कोशिश करने के बाद भी कोई वाहन नहीं मिला तो मेरे पास कोई और चारा भी नहीं था।

अधिकांश विद्यार्थी एवं शिक्षक यहां तक कि प्रधानाध्यापक भी उपस्थित रहे। मैं इस तरह की तोड़-फोड़ की राजनीति का समर्थन नहीं करता।" विपक्षी वाममोर्चा के प्रमुख दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में कोलकाता और राज्य में कई जगहों पर रैलियां निकालीं। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेशवासियों से बंद को निष्क्रिय करने का अह्वान किया। राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए ड्यूटी पर अनिवार्य रूप से पहुंचने के लिए एक परिपत्र जारी किया।

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