स्मार्टफोन के इस दौरे में लोग अपने मोबाइल से इस कदर चिपके रहते है कि मोबाइल को चार्ज करना एक बड़ी समस्या बन गया है. अक्सर हम कहीं घर से दूर होते है और मोबाइल डिस्चार्ज हो जाए तो बड़ी परेशानी होती है. लेकिन सोचो अगर ऐसी परिस्थिति में मोबाइल आपकी जेब में पड़े-पड़े ही चार्ज हो जाए तो कितना अच्छा होगा. 'ये सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन ऐसा संभव है. जी हाँ हाल ही में वैज्ञानिकों ने ऐसी नई तकनीक विकसित की है, जो रेडियो फ्रिक्वेंसी को पावर में बदल देगी जिससे डिवाइसेज चार्ज किए जा सकेंगे. टेक क्रंच की रिपोर्ट के अनुसार फोन सिग्नल ढूंढने में जो ऊर्जा खर्च होती है, उसकी 90 ऊर्जा वापस इस तकनीक की मदद से आपके फ़ोन में आ सकती है. जिससे आपका फ़ोन 30 फीसदी चार्ज हो जाएगा. खबर है कि इस नए प्रॉडक्ट को निकोला लैब्स ने ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर सालभर के अदंर बाजार में उतारने का फैसला किया है.