अब योग में नहीं होगा ओम

नई दिल्ली : अब से अगर आप योग करे और जहा भी योग में ओम का जिक्र होता है, अगर वहाँ ओम का जिक्र ना हो तो हैरान होने की जरुरत नहीं है, क्योंकि केंद्र सरकार देश में योग को प्रसिद्ध करने के लिए इसे सेक्युलर बनाने जा रही है । इसके लिए योग में जहां-जहां भी ओम का जिक्र होता है, इसे हटाया जाएगा, भारत में धार्मिक प्रतीकवाद से कई बार बड़े राजनीतिक विवाद देखने को मिलते हैं। इसलिए मोदी सरकार योग को आम लोगों के जीवन से जोड़ने और निकट भविष्य में इसके लिए होने वाले प्रमोशन में यह कदम उठाने जा रही है। 
पुरे विश्व में योग को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूम में मनाने के लिए तैयारियों में जुटे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने है कि इसका उद्देश्य इसे राजनीतिक विवाद से बचाना है। उनका कहना था कि किसी एक धर्म से जोड़े जाने पर इस अभियान के कम पसंद किए जाने की आशंका थी, आयुष विभाग (आयुर्वेद, योग और नैचरोपथी, यूनानी, सिद्ध और होम्योपथी) के बनाए गए 33 मिनट के 'कॉमन योग प्रोटोकॉल' में ओम का कोई जिक्र नहीं होगा। इसके अलावा, 21 जून को योग दिवस के लिए तैयार की जा रही लिखित सामग्री और विडियो में भी ओम शब्द नहीं रहेगा, योग दिवस के लिए और भी कई तैयारियां की गई हैं। 21 जून को महत्वपूर्ण बनाने के लिए इसी दिन 100 और 10 रुपए के सिक्के जारी किए जाने की योजना है, जिस पर योग की एक मुद्रा छपी रहेगी। इस मौके पर डाक टिकट भी जारी किए जाएंगे। इसमें भी वही तस्वीर लगेगी, संयुक्त राष्ट्र के भी इसे 21 जून को अपना लोगो बनाने की उम्मीद है। 
 21 जून को एक साथ सभी देशों में और भारत के सरकारी स्कूलों और ऑफिसों में योग करने के बहुत से रिकॉर्ड बनने की भी आशा है, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके के लिए आम स्वीकार्य स्लोगन देने की भी योजना है। इस दिन के लिए 'शांति और सद्भभाव के लिए योग' स्लोगन दिया जा सकता है। योग प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए बाबा रामदेव, रविशंकर, जग्गी वासुदेव और दूसरे योग संस्थानों से सलाह ली गई है।

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