नई दिल्ली : जीवन बीमा निगम यानि एलआईसी ने अब एक नई पहल की है, जिसके तहत देश के थर्ड जेंडर भी अब अपना बीमा करा सकेंगे। देश के करीब 70 फीसदी जीवन बीमा मार्केट पर एलआईसी का कब्जा है। इसके तहत फॉर्म में मेल, फीमेल के अलावा थर्ड ऑप्शन में थर्ड जेंडर का ऑप्शन भी दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने थर्ड जेंडर को दो साल पहले ही मान्यता दे दी थी। एलआईसी द्वारा उठाया गया यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। नेशनल पेंशन पद्धति में भी थर्ड जेंडर को मान्यता दी गई है। लेकिन अन्य इंशयोरेंस कंपनियां और म्युचुअल फंड्स ये जानकारी नहीं लेती है। बैंक अकाउंट खोलने के दौरान भरा जाने वाला केवाईसी फॉर्म पर भी थर्ड जेंडर का ऑप्शन नहीं है। भारत के पासपोर्ट में यह शुरुआत 2005 में ही शुरु कर दी गई थी। एलआईसी ने इस ऑप्शन को बड़ी ही आसानी से जोड़ दिया, लेकिन अन्य बीमा कंपनियों के लिए इसे जोड़ने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है। एलआईसी जेंटर के हिसाब से अलग प्रीमियम दर लागू नहीं करती है, जब कि अन्य कंपनियां ऐसा करती है। फीमेल से कई कंपनियां कम चार्ज लेती है। इसलिए इस ऑप्शन को शुरु करने से पहले रेट तय करना होगा।