आखिर कब मिलेगा जनता को पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने का तोहफा

नई दिल्ली : कच्चे तेल के दामों में हाल ही में गिरावट देखने को मिली है और इसको देखते हुए लोगों के मन में भी यह ख्याल पैदा हो रहा है कि इसका प्रभाव पेट्रोल और डीजल पर देखने को क्यों नहीं मिल रहा है. गौरतलब है कि जब यूपीए सरकार का कार्यकाल देश में चल रहा था उस दौरान वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों को 110 से लेकर 135 डॉलर प्रति बैरल पर देखा गया था जबकि इसके बाद वर्ष 2010 में सरकार ने क्रूड की कीमतों पर से नियंत्रण भी हटा लिया था.

और वैश्विक बाजार में इस बढ़ते भाव का असर जनता पर भी उसी तरह से होना चाहिए था. लेकिन इसके बाद पेट्रोल का भाव 74 रुपए और डीजल का भाव 67 रुोे देखने को मिला था यानी कि बढ़ती कीमतों का बोझ जनता पर देखने को मिला.

वहीँ बात करें आज के बाजार के बारे में तो यह बात सामने आई है कि वैश्विक बाजार में इसकी कीमत 110 और 135 डॉलर प्रति बैरल से कम होकर 30 से 35 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुँच गई है यानी कि इस दौरान कीमतों में 100 डॉलर तक की कमी आई है. लेकिन इस दौरान भी पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहे है. अब देखना यह होगा कि आखिर कब देश को इनकी कीमत कम होने की सौगात मिलती है.?

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