विवादों में आयुष मंत्रालय, कहा: मुस्लिमों को नौकरी देना सरकार की नीति में नहीं

नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा नया-नया गठित किया गया आयुष मंत्रालय अपने जवाब से विवादों में आ गया है। एक आरटीआई के जवाब में मंत्रालय ने जानकारी दी है कि सरकार की नीति के अनुसार, विश्व योग दिवस पर योग प्रशिक्षकों की भर्ती के लिए किसी भी मुस्लिम आवेदक को न ही चुना गया था और न ही बुलाया गया था।

इस मामले में सरकार की नीतियों पर सवाल उठने लगे, तो सरकार सफाई देने में जुट गई है। आयुष मंत्री श्री पद नाइक ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से गलत है औऱ ये हमे बदनाम करने की साजिश है। मैं पूरे मामले की जांच करवाऊंगा।

बता दें कि सरकार ने 15 अक्टूबर 2015 को आयुष मंत्रालय के सानिध्य में विश्व योग दिवस मनाया था, जिसमें योग प्रशिक्षकों की भर्ती की जानी थी। इसी संबंध में एक पत्रकार द्वारा आरटीआई आवेदन डाला गया, जिसमें पूछा गया कि इस पद के लिए कितने मुसलमानों ने आवेदन डाला था और उनमें से कितनों को चुना गया था।

इसके जवाब में मंत्रालय ने कहा कि सरकार की नीति के मुताबिक किसी भी मुस्लिम प्रशिक्षक को नहीं चुना गया और न ही बुलाया गया। हांलाकि 3,841 प्रशिक्षकों ने आवेदन दिया था, लेकिन किसी को भी बुलाया नहीं गया। विदेशों से भी 711 आवेदन आए थे, उन्हें भी नहीं बुलाया गया। इस पद के लिए मंत्रालय ने 26 हिंदू प्रशिक्षकों को चुना।

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