और फिर बच गया किंगफ़िशर का नाम

नई दिल्ली : देश में मशहूर उद्योगपति विजय माल्या फ़िलहाल 9000 करोड़ के कर्ज के चलते यहाँ-वहाँ भागते नजर आ रहे है. जबकि इसके साथ ही यह भी देखने को मिल रहा है कि माल्या को कर्ज देने वाले बैंक अब पछता रहे है क्योकि कही से भी माल्या से वे पैसे निकालने में असमर्थ बने हुए है.

गौरतलब है कि आज भी इस कर्ज को वसूलने के चलते किंगफ़िशर एयरलाइन्स के लोगो को बेचने के लिए नीलामी का आयोजन किया गया था लेकिन यहाँ से भी बैंकों को मायूसी ही हाथ लगी है. जानकारी देते हुए यह भी बता दे कि नीलामी के लिए इस लोगो का बेस प्राइस बंद 366.7 करोड़ रु तय किया गया था.

लेकिन बोली इस रि‍जर्व का प्राइज के 10 फीसदी के आसपास भी पहुँच सकने में कामयाब नहीं हुई. जी हाँ. मामले में यह बात सामने आई है कि बैंकों को किंगफि‍शर एयरलाइंस के ट्रेडमार्क को खरीदने वाला कोई नहीं मिला है. इस नीलामी में फेमस टैगलाइन "फ्लाई द गुडटाइम्‍स" का भी उपयोग किया गया, लेकिन इसका भी कोई खास असर नहीं हुआ.

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