नई दिल्ली : देश में महिला केंद्रित परियोजनाओं के लिए जिस निर्भया कोष का निर्माण किया गया था, उसमें से मात्र 600 करोड़ की राशि का ही उपयोग किया गया है, वो भी तीन वर्षों में। इस कोष में 3000 करोड़ रुपए थे, जिसे तीन सालों में महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर उठाए जाने वाले कदमों में खर्च किया जाना था। इस कोष को 2013 में बनाया गया था। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय इस कोष के तहत दो परियोजजनाओं पर काम कर रहा है। जिसमें क्रमशः 18.58 करोड़ व 69.49 करोड़ रुपए खर्च किए जाने की योजना है। दिल्ली में दिसंबर 2012 में हुए क्रूर बलात्कार की घटना के बाद पीड़िता के नाम पर इस कोष का निर्माण किया गया था। जिसका लक्ष्य महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुविधाएं बहाल करना था।