CORONAVIRUS: इस संस्थान ने पहले दिन की 21 सैंपल की जांच

हिसार: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही  इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 114000 से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. कई देशों के अस्पतालों में बेड भी नहीं बचे है तो कही खुद डॉ. इस वायरस का शिकार बनते जा रहें है. राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र ने कोरोना सैंपल की जांच शुरू कर दी है. शनिवार को मॉकड्रिल करने के बाद रविवार को यहां वैज्ञानिकों ने 21 सैंपल की जांच की और सात घंटे में रिपोर्ट नागरिक अस्पताल को सौंप दी. संस्थान में सुबह करीब साढ़े 10 बजे सैंपल की जांच शुरू की गई, जो शाम साढ़े पांच बजे तक चली. राहत की बात ये है कि सभी सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है. ये सैंपल जिला नागरिक अस्पताल हिसार ने संस्थान को सौंपे थे. यही अस्पताल संस्थान के साथ कोर्डिनेट कर रहा है. संस्थान में प्रदेश के पांच जिलों से आने वाले सैंपलों की जांच हो रही है, जिनमें हिसार के अलावा जींद, भिवानी, सिरसा और फतेहाबाद शामिल हैं.

लेवल तीन की है लेबोरेट्री, नहीं होगा वायरस का रिसाव: मिली जानकरी के अनुसार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से स्वीकृति मिलने के एक सप्ताह के भीतर राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र ने अपने माइक्रोबियल रोकथाम कॉम्प्लेक्स में कोविड 19 की जांच के लिए एक विशेष कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की. यह परीक्षण सुविधा बायो सेफ्टी लेवल तीन की प्रयोगशाला है, जहां पर वायरस रिसाव की रोकथाम के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. परीक्षण के लिए, सिविल सर्जन हिसार ने संस्थान को आरटीपीसीआर किट प्रदान की है.

परीक्षण सुव्यवस्थित होने के बाद जांच की क्षमता बढ़ाएगा संस्थान: एक बार परीक्षण सुव्यवस्थित हो जाने के बाद केंद्र अपनी परीक्षण क्षमता भी बढ़ाएगा. फिलहाल यहां प्रतिदिन 25 सैंपल की जांच की जा सकती है. परीक्षण सुव्यवस्थित होने के बाद यहां 100 सैंपल तक की जांच प्रतिदिन हो सकेगी. रकेंद्र में बनी यह लैब आईसीएआर प्रणाली में देश की लैब है, जहां यह परीक्षण शुरू हुआ है.

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