नई दिल्ली: निर्माण में लगे दस साल के बाद अफगानिस्तान में लोकतंत्र के लिए भारत का प्रतीकात्मक उपहार 'अफगानिस्तान संसद भवन' जल्द ही तैयार होने वाला है. अफगानिस्तान संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले है. भारतीय पीएमओ, परियोजना के जल्द पूरा होने का एक प्रमुख कारण है. विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि ईमारत अपने निर्माण के अंतिम चरण में है. दोस्ती और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिए यह भारत का एक अभूतपूर्व सहयोग है. 2007 में UPA सरकार द्वारा शुरू की गई परियोजना के पूरा होने की उम्मीद 31 दिसंबर बताई जा रही है. अफगानिस्तान संसद भवन नवंबर 2011 में पूरा किया जाना था, लेकिन पिछले चार साल में कम से कम तीन बार समय सीमा बधाई गई है. सचिव (शहरी विकास) द्वारा किए गए नवीनतम समीक्षा में बताया गया है कि निर्माण कार्य 96% पूरा हो गया है. यह सूचना केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने कार्यान्वयन एजेंसी को दी और परियोजना टीम अब इसे अंतिम रूप दे रही है.