प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बीच गिलानी के मिलियन मार्च का शोर

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी का मिलियन मार्च के तौर पर विरोध प्रदर्शन जम्मू - कश्मीर की राज्य सरकार के लिए मुश्किल बन गई है। दरअसल यह विरोध प्रदर्शन उस समय आयोजित किया जाएगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर होंगे। ऐसे में राज्य पुलिस और सुरक्षा दस्तों को सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने होंगे। संभावना जताई जा रही है कि इस तरह का मार्च रोकने के लिए यदि पुलिस बल का उपयोग किया जाए तो हालात काफी खराब हो सकते हैं। हालांकि पुलिस द्वारा प्रदर्शन निकाले जाने के पहले कई प्रमुख अलगाववादी नेताओं को पकड़ लिया गया है।

हालांकि माना जा रहा है कि अलगाववादी नेताओं को पकड़ने का विरोध हिंसा के साथ किया जा सकता है। ऐसे में सुरक्षा बलों पर दोहरा दबाव आ सकता है। दरअसल 7 नवंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर में रैली करेंगे और अलगाववादी नेता अपना विरोध दर्ज करवाऐंगे। जिसका कारण यह है कि कश्मीर में जब भी गिलानी ने बंद की अपील की वह सफल ही रहा। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़पें भी हुईं और राज्य में हिंसा भड़की।

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील भी की है। दूसरी ओर हुर्रियत नेता मौलवी उमर फारूक द्वारा एक दिन पहले 6 नवंबर को साहानुभूमि दिवस रैली की घोषणा की है। माना जा रहा है कि लगातार रैलियों और बड़े कार्यक्रमों से पुलिस को खासी मशक्कत करना पड़ेगी।

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