अब मोदी को जयललिता से उम्मीद

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एआईडीएमके सुप्रीमो जे. जयललिता दोनों के संबंध एक-दूसरे से अच्छे है. हाल ही में जब अदालत द्वारा जयललिता को बरी करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फ़ोन कर बधाई दी थी, वहीँ जयललिता खुद भी कई मौको पर मोदी की तारीफ कर चुकी है. वें पहली गैर बीजेपी मुख्यमंत्री थी, जिन्होंने 2013 में मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का समर्थन किया था.

वैसे मोदी द्वारा जयललिता को फ़ोन कर बधाई देने के पीछे राजनीतिक मकसद भी छिपा हो सकता है. दरअसल लैंड बिल को राज्यसभा में अलग-थलग पड़ी बीजेपी एआईडीएमके की ओर देख रही है. गौरतलब है की एआईडीएमके के लोकसभा में 37 और राज्यसभा में 11 सांसद हैं, ऐसे में राज्यसभा में संख्या बल की कमी से जूझ रही BJP एआईडीएमके का साथ चाहती है.

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते घटे राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए मोदी सरकार अब अपने सहयोगियों और दूसरी क्षेत्रिय या छोटी पार्टियों के तरफ भी दोस्ती के लिए बढ़ रही है. मोदी ने पहले तो दिल्ली में समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की, वहीँ हाल ही में कोलकाता दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ममता के साथ मंच भी सांझा कर उनकी तारीफ भी की थी.

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