नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जब भी विचार किया जाता है तो सागदी की छवि सामने आती है। हालांकि उन्होंने अफसोस भी जताया कि वे पंडित जी का दर्शन लाभ नहीं ले पाए। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द कम्पलीट वर्क्स आॅफ दीनदयाल उपाध्याय के 15 वें संस्करण वाले संग्रह का विमोचन कर रहे थे। विज्ञापन भवन, दिल्ली में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि भाजपा ने कम ही समय में विपक्ष से लेकर विकल्प तक का सफर तय कर लिया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जो नींव रखी उसी से यह संभव हो पाया है कि भाजपा आज दृढ़ता से खड़ी है। 1967 में देश को कांग्रेस का विकल्प भी दिया गया है। उनका कहना था कि दीनदयाल उपाध्याय का कार्यकाल लंबा नहीं था, लेकिन उन्होंने एक विचार को विकल्प बना दिया। इस समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। इस दौरान यह बात सामने आई कि सरकार दीनदयाल उपाध्याय के जन्म के 100 वर्ष पूर्ण होने पर उनके संदेश का प्रचार करने में लगी है।