काली मंदिर में मोदी ने की पूजा, बेलूर मठ पहुंचकर भावुक हुए PM

पश्चिम बंगाल/कोलकाता : प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल यात्रा पर आए नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह लोकप्रिय दक्षिणेश्वर काली मंदिर, रामकृष्णन मठ और रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में पूजा-अर्चना एवं ध्यान किया। मोदी ने हावड़ा जिले में स्थित रामकृष्ण मठ में करीब 20 मिनट तक महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद के कक्ष में ध्यान किया। इस कमरे को उनके अनुरोध पर विशेष तौर पर खोला गया था। मठ के प्रवक्ता ने कहा, "वह कमरे में दाखिल होते समय बेहद भावुक हो गए।"

मोदी ने 19वीं सदी के महान संत एवं विचारक श्री रामकृष्ण परमहंस, स्वामी ब्रह्मानंद, रामकृष्ण की पत्नी शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद को समर्पित मंदिर के भी दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी भी मौजूद थे। मोदी ने मुख्य मठ के वासियों के साथ समय बिताया, जहां उनका स्वागत रामकृष्ण मिशन के उपाध्यक्ष स्वामी प्रभानंद ने गुलदस्ता भेंट कर किया।

मठ के प्रवक्ता ने कहा, "हमने उन्हें बाइबल का लघु संकलन भी भेंट किया। युवा मोदी बेलूर मठ आया करते थे। उसके बाद से वह हमेशा बेलूर मठ एवं रामकृष्ण मिशन के संपर्क में रहे हैं। आज भी उन्हें लगता है कि उनके आदर्श मठ और मिशन से मेल खाते हैं।" रविवार सुबह मोदी ने हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर के दर्शन किए। इसके साथ ही वह इस मंदिर का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। यह मंदिर काली मां के एक रूप भवतारिणी को समर्पित है।

इसका निर्माण 1855 में समाजसेवी रानी रसमणि ने करवाया था। वह मां काली की परम भक्त थीं। मंदिर के न्यासी मंडल के सचिव कुशल चौधरी ने कहा, "मोदी ने मंदिर के गर्भगृह में जाकर देवी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने आरती भी की।" कुशल ने कहा कि मोदी पुस्तकालय भी गए और आगंतुक पुस्तिका में उन्होंने गुजराती में हस्ताक्षर किए। मंदिर के अधिकारियों ने मोदी को दस्तकारी वाला एक अशोक स्तंभ और काली मां की एक प्रतिकृति भी भेंट की।

उन्होंने मंदिर के विकास में मदद करने का वादा किया। मोदी, दक्षिणेश्वर मंदिर से रामकृष्ण मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ पहुंचे। मोदी ने शनिवार को कोलकाता स्थित रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान अस्पताल में रामकृष्ण मठ एवं रामकृष्ण मिशन के बीमार अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद से मुलाकात की थी और उनका आशीर्वाद लिया था।

स्वामी आत्मस्थानंद 21 फरवरी से अस्पताल में उपचाराधीन हैं। मोदी अपनी युवावस्था में आत्मस्थानंदजी महाराज से रोजाना मिला करते थे। उन्होंने 2013 में बेलूर मठ का दौरा किया था और स्वामी आत्मस्थानंद से आशीर्वाद लिया था। मोदी उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

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