सेना में कार्य करना चाहती थी खूबसूरत अभिनेत्री नंदा

एक प्यार का नगमा है... कुछ इस गीत की तरह ही खूबसूरत फिल्म अभिनेत्री नंदा का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा. 8 जनवरी 1939 को जन्म लेने वाली नंदा ने जितनी भी फिल्मों में काम किया, उन फिल्मो में अपने अभिनय से अमिट छाप छोड़ी. वे दर्शकों को अपनी दिलकश अदाओं से मंत्रमुग्ध करती रही. नंदा के घर में फिल्मी माहौल था. उनके पिता मास्टर विनायक मराठी मंच के हास्य कलाकार थे.

उनका इच्छा थी कि नंदा फिल्मों में कार्य करें लेकिन उनकी इच्छा सेना में कार्य करना चाहती थी. पिता का साया उठने के बाद नंदा को फिल्मों में प्रवेश करना पड़ा था. बाल कलाकार के रूप में नंदा ने मंदिर, अंगारे, जग्गु जैसी फिल्मों में कार्य किया और अपनी पहचान स्थापित की. नंदा ने बतौर अभिनेत्री तूफान और दीया फिल्म से कॅरियर शुरू किया. 1956 के दौरान इस फिल्म का निर्माण ख्यात निर्देशक वी. शांताराम ने किया था, जो नंदा के चाचा थे.

हालांकि फिल्म बाॅक्स आफिस पर सफल नहीं रही थी परंतु नंदा को फिल्मी दुनिया में मुकाम हांसिल जरूर हो गया था.इसके बाद एल वी प्रसाद द्वारा निर्मित फिल्म छोटी बहन से वे एकदम सफलता की सीढ़ी चढ़ी. छोटी बहन के बाद उन्होंने काला बाजार, हम दोनो और कानून जैसी फिल्में की.लेकिन 25 मार्च साल 2014 को मुम्बई में नंदा ने अंतिम सांसे ली. और इस प्रकार एक अतुलनीय कलाकर हमारे बिच से विदा हो गई.

फिल्मो से काफी समय से दूर है चक दे गर्ल सागरिका

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