उत्साह और उमंग से मनेगी नागपंचमी

उज्जैन  : बुधवार को नाग पंचमी का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर जहां श्रद्धालुओं द्वारा नागदेवता का पूजन कर सुख समृद्धि के लिए कामना की जाएगी वहीं महाकाल मंदिर परिसर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। श्रद्धालुओं की कतार मंगलवार की रात से ही लगने लगेगी। मंदिर के पट मंगलवार की रात 12 बजे खुल जाएंगे। धर्म कर्म की नगरी उज्जैन में नाग पंचमी का त्योहार उल्लास से मनेगा और इसे लेकर जहां मंदिरों में तैयारियां कर ली गई है वहीं भगवान नागचंद्रेश्वर में भी आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था करने का दावा जिला व पुलिस के अधिकारियों की ओर से किया गया है। 

मंगलवार की रात से ही श्रद्धालुओं की कतार लगने लगेगी। श्री महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं के लिए आज रात 12 बजे मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे, दर्शन शुरू होने के पूर्व भगवान नागचंद्रेश्वर की विधिवत पूजा अर्चन होगी, जबकि दर्षन का सिलसिला बुधवार की रात 12 बजे तक सतत चलता रहेगा। गौरतलब है कि भगवान नागचंद्रेष्वर का मंदिर साल में एक ही बार नाग पंचमी के अवसर पर खुलता है। इधर आस्थावान नागरिकों द्वारा नागदेवता की पूजा कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाएगी। हालांकि अब प्रतिबंध के चलते गली मोहल्लों में नाग नागिन लेकर निकलने वालों की कमी रहेगी वहीं पिलाओं नाग या जोड़े को दूध जैसी आवाज भी नहीं सुनाई देगी, लेकिन जहां सर्पों की बाॅम्बियां है और लोगों को इसकी जानकारी है, वहां लोग जरूर पूजन करने के लिए पहुंचेगे। 

ऐसी प्रसिद्ध बाम्बी दमदमा क्षेत्र में स्थित हे। इसके साथ ही प्रमुख मंदिरों में भी नाग पंचमी के अवसर पर मनोहारी श्रृंगार होगा और श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा जाएगा। कई श्रद्धालुओं के घरों की दीवारों पर भी नाग नागिन का मांडना मांडा जाता है, जिसकी पूजन होगी। श्रद्धालुओं के घरों में दाल बाफले और लड्डू भी बनेंगे, जिसका भोग अर्पण किया जाएगा। नाग पंचमी के ही अवसर पर षिप्रा तट व और सिद्धवट पर काल सर्प दोष निवारण कराने वालों की भी भीड़ रहेगी। कुछ एक स्थानों पर तो सार्वजनिक रूप से भी काल सर्प दोष निवारण की पूजन संपन्न कराई जाएगी।

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