निर्भया कहो या दामिनी कहो या नाम कोई मुझको दे दो जो भूखे भक्षक थे मेँरे अंजाम कोई उनको दे दो मुझे वीर कहो या बेचारी या पापिन कह बदनाम करो पर नारी से ही जन्मेँ हो इस कोख का तो कुछ मान करो मैँ तो बस एक दुर्घटना हूँ सब भूल ही जायेँगे बस कोई बता दे हम कब तक अबला कहलायेँगे