न जाने कैसी दिल्लगी

टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी,  मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी,  न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,  कि मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी

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