न जाने क्या मासूमियत है उसके चेहरे पर, सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है | अाज फिर बढ गई उसकी इज्जत मेरे दिल मे. कहती थी मुझे छोड देना पर परिवार को नही|