दाउद कभी सरेंडर करना ही नही चाहता था, वो तो गुमराह कर रहा था

मुंबई : मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त एम एन सिंह ने अंडर वर्ल्ड डॉन के खिलाफ कई खुलासे किए है। उनका कहना है कि दरअसल दाउद कभी भी आत्मसमर्पण को लेकर गंभीर था ही नही। वो आत्मसमर्पण भी अपनी शर्तो पर करना चाहता था। दाउद ने दावा किया था कि मुंबई पुलिस ने उसके सरेंडर करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। इन्हीं दावों को खारिज करते हुए सिंह ने कहा कि दाउद ने मशहूर वकील राम जेठमलानी से बातचीत करने के बाद आत्मसमर्पण करने के लिए कई शर्तें रखी थी।

सिंह का कहना है कि यदि कोई इंसान करेंडर करना चाहता है, तो वो कोई शर्त कैसे रख सकता है। इन्होने कहा कि डॉन केवल गुमराह करने वाली तस्वीर पेश करना चाहता था कि वो भारत लौटना चाहता था, लेकिन संबद्ध अधिकारियों ने उसे रोक दिया।

पूर्व आइपीएस अफसर ने कहा कि दाउद एक गैंगस्टर है लेकिन परिभाषा से वह आतंकवादी बन गया है। उन्होने कहा कि वो प्रतिभावान भी है, जो डोंगरी के गंदे इलाके में जन्म लेने, अशिक्षित होने और नगर पुलिस के कांस्टेबल का पुत्र होने के बावजूद धरती पर 57वां सर्वाधिक शक्तिशाली व्यक्ति है, जिसने अपनी अवैध गतिविधियों के जरिए तकरीबन 6.7 अरब डॉलर राशि जुटाए हैं।

मंगलवार को इस बातचीत में सिंह ने शाहरुख खान की बुराई और प्रीति जिंटा की तारीफ भी की। उन्होने कहा कि जब किसी निर्मम और गैंगस्टर के लिए गवाही देनी होती है तो परदे के डॉन सार्वजनिक तौर पर सामने नही आते है और सभी लोग टिक भी नही सकते है। सिंह मंगलवार को दक्षिणी मुंबई में वरिष्ठ पत्रकार शीला रावल की किताब गॉड्स ऑफ क्राइम के विमाचन समारोह में पहुंचे थे।

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