मुंबई : पुलिस और सेना के लोगो पर देश की जनता को सबसे ज्यादा भरोसा होता है। क्योंकि वो दिन रात अपनी जान जोखिम में डाल आम जनता को चैन की नींद सोने देते है। पर ऐसे में यदि उनसे कोई गलती होती है तो उसका सुर्खियों में आना लाजमी है। मुंबई एटीसी और नेवी की एक छोटी सी मिसअंडस्टैंडिंग से बड़ी घटना होते-होते रह गई। हुआ यूं कि 31 अक्टूबर को नेवी को पहली बार INS कोच्चि से ब्रम्होस मिसाइल का परीक्षण करना था। इसके लिए नेवी ने मुंबई एटीसी को लिखित रुप में जानकारी दी, जिसमें परीक्षण की तारीख व समय का उल्लेख था। 31 अक्टूबर, दोपहर 12.30 से 3.30 तक, नेवी के अनुसार इस समय विशेष में विमानों की आवाजाही बंद करनी थी। लेकिन मुंबई एटीसी ने इस समय को जीएमटी के हिसाब से समझा और हो गई गड़बड़। उन्होने शाम के 6 बजे से रात के 9 बजे तक रुट को बाधित रखा, जब कि परीक्षण के समय विमान उड़ान भरते रहे। इस भूल पर नेवी का कहना है कि उन्होने एटीसी को सारी जानकारी दी थी, जब कि एटीसी इस मामले पर चुप्पी साधे है।