कर्म है बहना, ज्ञान है यह जनना कि चाहे लेहर है

“कर्म है बहना, ज्ञान है यह जनना कि चाहे लेहर है या नहीं है मैं लेहर नहीं हूँ, बुलबला है या नहीं है मैं बुलबुला नहीं हूँ, मैं पानी हूँ”

 

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