शिवसेना की निगाहें कही और, और निशाना कही और लगाया जा रहा है

मुंबई : बिहार विधानसभा चुनाव ने पहले जीतने के लिए टेंशन बढ़ा रखा था, तो अब हारने के बाद भी टेंशन बढ़ा हुआ है, कारण है शिवसेना का रोजाना का प्रहार। शिवसेना का एक मात्र हथियार सामना में इस बार शत्रुध्न सिन्हा के बहाने संघ प्रमुख मोहन भागवत को टारगेट बनाया गया है। इसमें कहा गया है कि यदि जीत का सहरा सर संघ संचालक के सिर बँधता है, तो हार का भी क्रेडिट उन्हें ही लेना चाहिए। 

सामना में लिखा गया है कि बीजेपी नेता शत्रुध्न सिन्हा कहते है कि ताली कप्तान को तो गाली भी कप्तान को ही मिलनी चाहिए। इसका मतलब है विजयी होने पर तालियां सरसंघचालक को मिलती है, तो हार के बाद गालियां भी उन्ही को स्वीकारनी चाहिए।

उन्हें हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ सरसंघचालक मोहन भागवत को हार की जिम्मेदारी स्वीकार लेनी चाहिए लेकिन पहले ये तय हो कि बिहार चुनाव में बीजेपी की हार का जिम्मेदार कौन है?

Related News