मिथुन चक्रवर्ती लेना चाहते है राजनीति से सन्यास

कोलकाता : शारदा चिटफंड घोटाले में एक्टर सांसद मिथुन चक्रवर्ती को Enforcement Directorate (ED) ने जवाब तलब के लिए नोटिस किया था। जिसके बाद ही मिथुन ने यह फैसला किया है कि वो राजनीति से सन्यास लेंगे। मिथुन को राज्यसभा सदस्य के लिए तृणमूल कांग्रेस ने इसी साल के फरवरी में नामित किया था। जिसके 5 माह बाद मिथुन ने सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण किया था। सांसद के एक नजदीकी ने बताया कि शारदा स्कैम के बाद से एक्टर की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनो में कोहराम मचा हुआ है।

ईडी द्वारा समन जारी करने के बाद से ही मिथुन ने खुद को पार्टी से अलग कर दिया था। मिथुन शारदा ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर भी है। मिथुन ने तय किया है कि अब वो किसी भी कैंडिडेट के लिए चुनाव प्रचार में भी हिस्सा नही लेंगे। इस घोटाले के बाद बवाल मचने को बाद मिथुन ने पैसे लौटा दिए थे। लेकिन कहा जा रहा है कि पैसे लौटाए जाने के उनके फैसले से तृँमूल कांग्रेस की मुखिया नाराज है। जिसके बाद उनके और आलाकमान के बीच दूरियां पैदा हो गई थी।

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी ने कई बार मितुन से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन मिथुन ने कभी उनका फोन ही नही उठाया। इस बात का जिक्र बनर्जी ने एक सभा में भी किया था। बनर्जी ने कहा था कि सीबीआई द्वारा डराए जाने पर मिथुन उनके साथ संपर्क करने से डर रहे हैं। मिथुन चक्रवर्ती राज्यसभा से भी लगातार नदारद रह रहे हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मिथुन अब राजनीति को अलविदा कहना चाहते हैं।

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