मिला सबको एक तारा

मन हमारा या तुम्हारा मन मिला सबको एक तारा मन।

नैन अपने सच का दर्पन हैं झांक इनमें पढ़ लो सारा मन।

समंदर छलका है आंखों से हुआ जब-जब मीत खारा मन।

हार मन की दिखे मुखड़े पर हा! हताशा बुझा हारा मन।

खाक वो ना बस्तियां कर दे ना बने दहका शरारा मन।

खिले चमके जगे चेहरों में नूर का जगमग सितारा मन।

बत्तियां रोशन हैं हिलमिल के मिटा दे सब अंधियारा मन।

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