जयपुर : पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती उत्तरलाई एयर बेस के दौरे पर आए एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने गुरुवार को लड़ाकू विमान मिग-21 की ताकत को जांचने के लिए इसे अकेले उड़ाया. चीफ को सुरक्षित लौटा कर मिग 21 ने साबित कर दिया कि उसमे अभी बहुत दम है. बता दें कि एयर चीफ का पद संभालने के बाद पहली बार पश्चिमी सीमा के महत्वपूर्ण उत्तरलाई एयर बेस के दौरे पर पहुंचे धनोआ ने वायुसैनिकों के साथ बातचीत भी की. उन्होंने वायुसैनिकों से कहा कि आज भी मिग-21 बेहतरीन फाइटर है. भारतीय वायु सेना के पास सबसे अधिक संख्या में मिग श्रेणी के ही विमान है. आपको बता दें कि वायु सेना में अपने 37 वर्ष लम्बे कार्यकाल के दौरान एयर चीफ मार्शल धनोआ लम्बे समय तक मिग-21 को उड़ा चुके है. कारगिल युद्ध के दौरान विमान से कई उड़ान भर दुश्मन के ठिकानों पर लगातार हमले बोले थे. युद्ध में बहादुरी दर्शाने के लिए उन्हें युद्ध सेवा मेडल भी प्रदान किया गया था. पठानकोट हमले के बाद एयर फोर्स ने लिया यह फैसला वायु सेना ने अण्डमान द्वीप से सुरक्षित निकाले 1600 सैलानी