कभी इनका हुआ हूं, कभी उनका हुआ हूं मैं, खुद के लिए कोशिश ही नहीं की मगर, सबका हुआ हूं मैं, मेरी हस्ती बहुत छोटी, मेरा रुतबा नहीं कुछ भी, लेकिन डूबते के लिए, सदा तिनका हुआ हूं मैं...