मेरे दिल की खबर रखता नहीं ! सब्र बो भी मगर रखता नहीं !! आसमानों को छूने की चाहत है , लेकिन ख्यालों के पर रखता नहीं ! मुझसे बात भी करता है चुप भी रहता है , दिल को पढने का हुनर रखता नहीं ! क्यों मेरी दूरियॉ सताती हैं उसको , मेरा ख्याल दिल में अगर रखता नहीं !