मेरे ख्वाबों मे बसी है

एक लड़की जो मेरे ख्वाबों मे बसी है ।

जब बरसात होती है  तो लगता है  हंस रही है वो खिलखिलाकर। मुझे साफ दिखाई देते हैं बिजली की चमक से  उसके दांत।

कमर हिलाते हुए  डालियों की लचक सी, हवा के झोको में  आंचल लहराते हुए, वो चली आ रही है मेरी तरफ।

एक लड़की  जो मेरे ख्वाबों मे बसी है ।

धुले आसमां से नीले  दुपट्टे पर चमक रहा है  उसका चेहरा चांद सा। पर ये क्या! जुल्फों की घटा बार- बार हवाओ के जोर से आकर उसे ढक रही है  और वो बार- बार  अंगुलियों से उन्हे हटाती बलखाती शरमाती  वो चली आ रही है  मेरी तरफ।

एक लड़की  जो मेरे ख्वाबों मे बसी है ।।

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