मेरा पथ मुड़ नहीं सकता

आंधी चाहे जैसी हो ,मेरा पथ मुड़ नहीं सकता बयां का घोसला हूँ मैं ,यूँ ही उड़ नहीं सकता । बसाया नन्हे पंछी ने ,तिनका तिनका जोड़ा है निराशा के अंधेरों से मैं ,यूँ ही जुड़ नहीं सकता। पतले मेरे परकोटे में, उसके महफ़ूज है चूजे किसी भी शर्त पर उनसे,मैँ बिछुड़ नहीं सकता । तिनका तिनका हूँ ,आसरा पतली डाली का वंशज राम का हूँ ,वचन से छुड़ नहीं सकता । पागल मुझे कह लो ,दीवाना भी भले कह लो मैँ बंदी भावना का हूँ,तर्क से जुड़ नहीं सकता ।

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