जब मरीज को चढ़ा दी जानवरो की दवा, क्या हुआ मरीज के साथ जानिए

रायसेन : जिनके भरोसे मरीज अपनी पीड़ा को लेकर अस्पताल जाते है वही पढ़े लिखे डॉक्टर उपचार करने की बजाय लापरवाही कर रहे है. मामला है रायसेन के जिला अस्पताल का जहां पर 65 वर्षीय मरीज अजीजुल्ला को पेट दर्द और घबराहट की शिकायत के कारण जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था किन्तु डॉक्टरों ने उसकी पीड़ा को कम करने की बजाय और बड़ा दिया. मामला तब सामने आया जब मरीज की तकलीफ और ज्यादा बड़ गई. मरीज की तकलीफ बढ़ने पर जो सच सामने आया उसे जानकर आप चौंक जाएंगे.

जिला अस्पताल में एक बुजुर्ग को जानवरों को दी जाने वाली डेक्सट्रोस की ड्रिप लगा दी गई. जबकि दवा की बोतल पर साफ लिखा है कि यह मनुष्य के उपयोग के लिए नहीं है. यह बोतल स्वास्थ्य विभाग से जिला अस्पताल को सप्लाई किए गए ग्लूकोज ड्रिप के बॉक्स से निकली. मरीज की हालत बिगड़ती देख नाराज परिजनों ने फौरन ड्रिप बंद करवाई. इसकी शिकायत प्रशासन से की. अस्पताल प्रशासन ने फिलहाल ड्रिप चढ़ाने वाली नर्स, पुरुष वार्ड के प्रभारी अमीनी थॉमस और स्टोर कीपर स्वदेश नायक को बर्खास्त कर दिया गया है. प्रदेश में यह दवा सप्लाई करने वाली कंपनी गांधीनगर गुजरात की है.

मामला सामने आने के बाद 3 सदस्यीय जाँच समिति इस मामले की छानबीन में जुट गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद सभी जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाही की जाएगी.

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