कोई खामोश है इतना, बहाने भूल आया हूँ किसी की इक तरनुम में, तराने भूल आया हूँ मेरी अब राह मत तकना कभी ए आसमां वालो मैं इक चिड़िया की आँखों में,उड़ाने भूल आया हूँ