मुंबई: आम आदमी पार्टी के बड़े नेता और महाराष्ट्र में पार्टी की पहचान बने मयंक गांधी ने आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया है। मयंक गांधी द्वारा इसके पीछे तर्क दिया गया है कि राजनीति में उनकी दिलचस्पी कम हो रही है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया गया है। मयंक के इस्तीफा देने से आम आदमी पार्टी कमजोर हो गई है। यह पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। ब्लाॅगर पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम लिखी चिट्ठी के दौरान मयंक ने लिखा कि उन्हें यह ठीक नहीं लग रहा कि वे आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बने रहेंगे। उनका कहना है कि उनके इस्तीफे को स्वीकार किया जाए। हालांकि मयंक गांधी ने इस मसले पर पार्टी या पार्टी पदाधिकारियों के साथ किसी तरह का विवाद होने से इंकार किया है। मयंक गांधी के पार्टी की कार्यकारिणी से इस्तीफा दिए जाने से खुद को केंद्रीय स्तर पर गैरभाजपाईयों के सहारे मजबूत करने वाली आम आदमी पार्टी को आघात लगा है। हालांकि इसे लेकर किसी ने अभी तक स्पष्टीकरण नहीं दिया है। दूसरी ओर माना जा रहा है कि मयंक गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच खटपट चल रही थी। जिसके कारण मयंक गांधी ने खुद को अलग कर लिया। मयंक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच टकराव चल रही है। इस बात की अटकलें लगने लगी हैं। पार्टी की राज्य इकाई को भी भंग कर दिया गया। मयंक के इस्तीफे के चलते पार्टी में तरह - तरह की बातें होने लगी हैं। दूसरी ओर अब मयंक के स्थान पर पार्टी के सशक्त कार्यकर्ता के नाम पर भी सवाल उठने लगे हैं। मयंक गांधी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गटर की राजनीति कर रहे हैं। दरअसल उन्होंने इस तरह का बयान आप द्वारा महाराष्ट्र इकाई को भंग करने को लेकर दिया था।