मोदी की मंगल यात्रा

ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी विदेशी दौरों से बोर हो जाने के बाद अन्तरिक्ष का रुख कर सकते है। अगर वे सबसे पहले मंगल गृह से अपने रिस्ते सुधारने जाएँ तो वहाँ से आने के बाद उनका भाषण कुछ इस तरह हो सकता है भाइयों और बहनों, मै आज सुबह ही मंगल गृह से आया हूँ । वहाँ ज्यादा विकास न होने के कारण मेरा स्वागत करने के लिए कोई नहीं आ पाया । लेकिन इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता यह तो हमारे लिए अच्छा नहीं बहुत अच्छा अवसर है हम मंगल मिशन के नीति आयोग का गठन करके आए है जिसकी वजह से मंगल मे विकास कि किरण पहुँच पाई है ।

मोदी आगे कहेंगे कि वहाँ कि जमीन पर कब्जा करने बाद ही मै भारत लौटा हूँ।दोस्तों, मंगल कि जमीन पूरी तरह से हमारे कब्जे मे है,मंगल का क्षेत्रफल कुल साढ़े 55 बीघा है - और उसकी 52 बीघा जमीन पर भारत का कब्जा हो चुका।सिर्फ तीन बीघा जमीन बची थी जिसमे हमने पोदीना लगवा दिया है ताकी कोई और देश उस पर अपना हक न जमा सके ।  

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