भालचंद्र नेमाड़े को 50 वां ज्ञानपीठ सम्मान

नई दिल्ली : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के साहित्यकारों को पुरस्कारों से नवाजा गया। समारोहपूर्वक हुए आयोजन में मराठी साहित्यकार भालचंद्र नेमाड़े को 50 वें भारतीय ज्ञानपीठ सम्मान से सम्मानित किया गया, सम्मान के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भालचंद्र नेमाड़े को 11 लाख रूपए की राशि, शाॅल और नारियल भेंटकर सम्मानित किया गया, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य मानवीय संवेदनाओं के लिए एक तरह की दवाई का कार्य करता है। भालचंद्र को 4 थे मराठी लेखक के तौर पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया। 
किताबें ज्ञान का भंडार होती हैं वे हमें जीवन जीने की शक्ति का अहसास करवाती है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी किसी भी बात को पढ़ने और जानने के लिए लाईब्रेरी का सहारा लेने किताबें टटोलने का सहारा लेने के स्थान पर गूगल को तलाशती ह, उन्होंने श्री भालचंद्र की सराहना महर्षि अरविंदो का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से महर्षि अरविंदो दुनियाभर का भाषा और साहित्य पढ़ने के बाद अपनी मूल जड़ों की ओर लौटने की बात करतें हैं उसी तरह भालचंद्र अपने मूल की ही बात करते हैं।

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