मापुसा। भारत के डाउन टु अर्थ केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने बयानों के जरिए राजनीति से सन्यास लेने के संकेत दिए है। रविवार को गोवा के मापुसा मे एक कार्यक्रम के दौरान पर्रिकर ने कहा कि 60 साल की उम्र में लोगो को अपने रिटायरमेंट के बारे में सोचना चाहिए। आगामी 13 दिसंबर को मैं भी 60 साल का हो जाऊँगा। इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने दो तीन साल पहले ही इसके लिए प्लानिंग शुरु कर दी। बड़ी जिम्मेदारी निभाने के प्रति अब मेरे मन में कोई दिलचस्पी नही है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री रहे पर्रिकर ने कहा कि गोवा जैसे छोटे राज्य में विश्वसनीय नेतृत्व का संकट है। साथ ही वो बोले कि गोवा पर हमेशा उनका विशेष ध्यान रहेगा। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि यदि राज्य सरकार गलत नीति चुनेगी तो वो उसे पटरी पर ले आएँगे। इससे पहले पर्रिकर दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके है। इसके नवंबर 2014 में उन्हें देश का रक्षा मंत्री चुना गया। मुख्यमंत्री रहते पर्रिकर तीन बार अपने गलत निर्णयों के कारण चर्चा में आ चुके है। उन्होने अपने 6 विधायक और 3 मंत्रियों को ब्रजील में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप देखने के लिए 89 लाख रुपए का फंड सैंक्शन किया था। इसके अलावा 50 सरकारी स्कूलों को संघ परिवार के स्कूल विद्दा भारती में बदलने के लिए भी उनकी काफी जगहसाई हुई। इतना ही नही अपने मंत्रियों को इटली, ऑस्ट्रिया, वेनिस व ब्राजील जैसे सहरों में जाकर ट्रैफिक मैनेजमेंट और गाबेज सिस्टम सीखने के लिए उन्होने मंत्रियों को भारी राशि सैंक्शन की थी, जिसके बाद उनकी खूब भर्त्सना हुई थी।