माँगी है मैंने रब से एक दुआ के नही चहिये अब कुछ तेरे सिवाय मेरा सब कुछ ले-ले बदले मे ऐ-खुदा खुदा भी मेरा बन गया है अब गवाह.... हाँ मैने भी प्यार किया है....... क्या यही है मेरा गुनाह......... चाहत का होने लगा है असर, मेरी जान मैं जाऊँ अब किधर...... देखूं जो कही तेरे सिवाय कुछ आता नही है नज़र........ मेरी जान मैं जाऊँ अब किधर, चाहत का होने लगा है अब असर........ हाँ भी मैने प्यार किया है....... क्या यही है मेरा गुनाह......... माँगी है मैंने रब से एक दुआ के नही चहिये अब कुछ तेरे सिवाय मेरा सब कुछ ले-ले उसके वजाय कि खुदा भी बन गया है अब गवाह....