मन में खिली नयी उमंग

जीवनका त्यौहार लो आया, मन में खिली नयी उमंग।  लिए हाथ हाथोमें हर पल, साथ चलो एक दूजे संग।

पार किये दहलीज पुरानी, द्वार खड़ा है पर्व नया।  नये नये उपहार संजोए, कण कणमें उत्साह नया।

ये तो बस शुरुवात नहीं, ये तो हैं एक दीर्घ प्रवास।  ये ही प्रयास है, प्रेम ये ही है,  ये तो है मनका विश्वास।

धरती, सूरज, चाँद, सितारे, रहे हमेशा संग तुम्हारे।  बनके खुशियाँ संग चलें ये, ये ही दुवाएं देतें सारे।

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