कटरा में किराए पर रहने वाला विष्णु प्रसाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। और कुछ माह पहले लेखपाल की भर्ती निकली थी। विष्णु ने लेखपाल में नौकरी के लिए फार्म भी भरा था। उसी वक्त एक सीनियर छात्र सुल्तानपुर के अजय सिंह से विष्णु की मुलाकात हुई। तो अजय सिंह ने अपनी मीठी मीठी बातो से विष्णु को लेखपाल की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया और 15 लाख रुपये ले लिए। लेकिन लेखपाल की लिखित परीक्षा में विष्णु फेल हो गया।तो अजय सिंह ने इसमें खेल कर दिया। उसे इंटरव्यू के लिए फर्जी कॉल लेटर बनाकर उसके घर भेज दिया। विष्णु ने सोचा कि उसका सलेक्शन हो गया। लेकिन जब इंटरव्यू के लिए पहुंचा तो उसे जोर का झटका लगा। फर्जीवाड़ा की जानकारी होने पर उसने अजय सिंह से रुपये वापस मांगे तो अजय ने उस पर फायरिंग करा दी लेकिन विष्णु बच गया। विष्णु ने की पुलिस में शिकयत विष्णु ने पुलिस थाना कर्नलगंज में जाकर पुलिस से अपनी पूरी कहानी सुनाई तो कर्नलगंज पुलिस ने भी तुरन्त सख्ती दिखाई और अजय सिंह को गिरफ्तार किया।