मै हूँ मोहब्बत का मारा

नजरों से नजर जब मिल ही गई दे दो हमें दिल का नजराना हाँ मै हूँ मोहब्बत का मारा हाँ मै हूँ...................... कहते हैं मुझे सब दीवाना नजरों से नजर............... दे दो हमें दिल का नजराना नजरों से न मुझको दूर करो नजरों में ही मुझको रहने दो है मेरा और ठीकाना कहाँ है मेरा और..................... जायेगा कहाँ ये मस्ताना नजरों से नजर जब मिल ही गई दे दो हमें दिल का नजराना नजरों में ही देखूँ मैं तेरी भाए ना मुझे नजारा कोई ऐ मेरे खुदा कर इतना करम  ऐ मेरे खुदा..................... वर्ना बेहतर है मर जाना नजरों से नजर जब मिल ही गई दे दो हमें दिल का नजराना

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