मैं फरियाद करता हूँ

न उसकी याद आती है,  न उसको याद करता हूँ..!  नहीं करता दुआ कोई,न मैं फरियाद करता हूँ..!! जिसे हम भूल जाते हैं,  उसी को याद करते हैं,  जिसे भूले नहीं हैं हम,उसी की बात करता हूँ..!! सफ़र कटता नहीं तन्हा,  हमें मालूम है लेकिन,  धुँयें से खेल करके वक्त,अब बरबाद करता हूँ..!! मुखौटा बेखुदी का खुद,  लगा बहरुपिया बनकर,  इस दिल को रखता खुश,नहीं नाशाद करता हूँ..!! मेरी "वीरान" बस्ती में,  नहीं रहता कोई लेकिन,  बसाकर गुज़रे कुछ लम्हें,उसे आबाद करता हूँ..!! 

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